Monday, July 15, 2019


happy birthday ! क्या ही खुबसूरत बात है.
आज ड्राइवर भी छुट्टी पर  है ,
आज कुक भी छुट्टी पर है ,
आज कामवाली भी तो नही आयी ,
सफाईवाली का भी कुछ पता नही ,
हाँ ,माली के खांसने की आवाज तो आ रही है ,
कुछ महकते फूल तो मिल ही जायेंगे ,
चाहे सिंक में जूठे बर्तनों का ढेर पड़ा है  ,
चाहे बाथरूम मैले कपड़ों से भरा है  ,
चाहे फर्श पर धूल बिछी है  ,
चाहे बिस्तरों की चादरें झाड़ी नही गयी हैं,
चाहे टायलेट्स की  धुलाई नही हुई है ,
चाहे आंगन सूखे पत्तों से भरा है ,
चाहे धूप में पैदल चलना पड़ा है.
पर खाना तो हमने खा ही लिया बना बनाया ,
शायद उसमें  टेस्ट नही था तभी तो सारा बचा था ,
पर ,जन्मदिन मुबारक हो ऐसी शुभ कामनाएं  तो सभी ने दी हैं.

2 comments:

  1. ऐसा भी क्या हो गया, यह कोई कहानी है या हकीकत, कार तो खुद चला सकते थे, धूप में चलकर..इससे यह भी पता चलता है कि कितने निर्भर हैं हम अपने काम के लिए दूसरों पर..

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