गऊ माता
आखिर क्यों मारा तुमने उसे ,कोई माँ नही सिखाती किसी की जान लेना,
एक माँ के लिए दूसरी माँ को दुखी किया ,भला क्या पाया तुमने ,
इससे तो अच्छा होता तुम उसे थाली परोसते ,जिसमे गाय के दूध से बनी
खीर होती ,शाही पनीर होता,मलाई कोफ्ता होता ,दाल पर देसी घी का तड़का होता
रोटी पर मक्खन होता ,साथ में छाछ होती और बाद में खिलाते उसे शुद्ध खोये की बर्फी
तो क्या उसे समझ नही आता कि गाय क्यों है हम सब की माता !
आखिर क्यों मारा तुमने उसे ,कोई माँ नही सिखाती किसी की जान लेना,
एक माँ के लिए दूसरी माँ को दुखी किया ,भला क्या पाया तुमने ,
इससे तो अच्छा होता तुम उसे थाली परोसते ,जिसमे गाय के दूध से बनी
खीर होती ,शाही पनीर होता,मलाई कोफ्ता होता ,दाल पर देसी घी का तड़का होता
रोटी पर मक्खन होता ,साथ में छाछ होती और बाद में खिलाते उसे शुद्ध खोये की बर्फी
तो क्या उसे समझ नही आता कि गाय क्यों है हम सब की माता !
वाह ! कितना सुंदर उपाय, अगर हर कोई इसे अपनाये !
ReplyDeleteकाश्ा! कुछ लोगों तक भी ये संदेश्ाा पहुंचाया जा सके ...
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